Jul 28, 2011

रहें ना रहें हम-[फिल्म-ममता ]

रहें ना रहें हम

गीतकार : मज़रूह सुल्तानपुरी

संगीत -रोशन

मूल गायिका -लता मंगेशकर


रहें ना रहें हम, महका करेंगे बन के कली,
बन के सबा, बाग़े वफा में ...

मौसम कोई हो इस चमन में ,रंग बनके रहेंगे हम खिरामा ,
चाहत की खुशबू, यूँ ही ज़ुल्फ़ों से उड़ेगी, खिजां हो या बहारां
यूँ ही झूमते, यूँ ही झूमते और खिलते रहेंगे,

बन के कली बन के सबा, बाग़ें वफ़ा में  रहें ना रहें हम ...
खोये हम ऐसे क्या है मिलना ,क्या बिछड़ना नहीं है, याद हमको
कूचे में दिल के जब से आये ,सिर्फ़ दिल की ज़मीं है याद हमको,
इसी सरज़मीं, इसी सरज़मीं पे हम तो रहेंगे,
बन के कली बन के सबा बाग़े वफ़ा में ...रहें ना रहें हम ...

जब हम न होंगे तब हमारी खाक पे तुम रुकोगे चलते चलते ,
अश्कों से भीगी चांदनी में ,इक सदा सी सुनोगे चलते चलते ,
वहीं पे कहीं, वहीं पे कहीं, हम तुमसे मिलेंगे,
बन के ,कली बन के, सबा बाग़े वफ़ा में ...
रहें ना रहें हम, महका करेंगे ...

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Cover song by Alpana
This is a request song form Himkar ji.

6 comments:

ताऊ रामपुरिया said...

कितने ही सालों पहले देखी गयी फ़िल्म का एक खूबसूरत गीत बहुत ही मधुर स्वर में गाया है आपने. वो जमाना याद आगया जब यह गीत रेडियो पर शाम सात बजे "फ़ौजी भाईयों की फ़रमाईश" कार्यक्रम में अक्सर ही दूसरे तीसरे दिन बजा करता था. यह कार्यक्रम दिल्ली रेडियो से पुष्पा नटराजन प्रस्तुत किया करती थी.

आजकल आप नियमित रूप से पुरानी फ़िल्मों के लाजवाब गीत प्रस्तुत कर रही हैं, जो श्रोताओं को उस जमाने में पहुंचने के लिए बिवश कर देते हैं.

बहुत खूबसूरत और उम्दा.

रामराम.

प्रवीण पाण्डेय said...

वाह, बहुत अच्छा।

himkar said...

गुनगुनाती धूप मेरे लिए एक सुखद अहसास की तरह है. जब भी यहाँ आता हूँ, सुकून मिलता है लेकिन इस बार यहाँ आकर सुखद आश्चर्य हुआ. मन की मुराद इतनी जल्दी पूरी होगी सोचा नहीं था. हार्दिक आभार, मेरी फरमाइश पूरी करने के लिए. कृतज्ञ हूँ आपका. आगे और भी बहुत कुछ सुनने की उम्मीद बढ़ गयी है. खुदा का नूर है आपके गले में. आपने इस लाजवाब गीत को अपनी मखमली आवाज दी इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.

Anonymous said...

HI ALpana…
on
comment.
very well done … i admire your vocals
and the supremacy of how u present them .
very angellic as i always have said…
you are a delight to listen to and to behold
with soothing music and vocals to the ear
god bless NEIL SWANSON

Anonymous said...

Alpana ji

Another outstanding seletion………

Another beautiful rendition……….

Another feather in your already stuffed cap……

Another addition to my fav list………………….

Congrats….keep it up

Dr.Sridhar Saxena

Anonymous said...

Alpana, As always you come with beautiful pick and singing is as always sweet and melodious… very well rendered….

Ramesh Tadi