Aug 6, 2013

धीरे -धीरे मचल ऐ दिले बेक़रार

धीरे -धीरे मचल ऐ  दिले बेक़रार 

फिल्म-अनुपमा
मूल गायिका-लता मंगेशकर
संगीत-हेमंत कुमार
गीत-कैफी आज़मी

यह गीत न जाने क्यूँ लोरी जैसा मीठा सुनायी देता है।
बहुत दिनों बाद नयी  प्रस्तुति है परन्तु इस  में  कोई साज़ नहीं बस आवाज़ है।

गीत के बोल-
धीर -धीरे मचल ऐ दिल बेकरार कोई आता  है,
यूँ तड़प के न तदपा मुझे बार-बार कोई आता है ,
धीरे धीरे मचल ऐ दिल -ऐ  -बेकरार। ......

१-उसके दमन की खुश्बू हवाओं में है ,
उसके क़दमों की आहट फ़ज़ाओं  में है ,
मुझको करने दे करने दे सोलाह  सिंगार कोई आता है…

२-मुझको छूने लगीं उसकी परछाईयाँ ,
दिल के नज़दीक बजती हैं शहनाईयाँ ,
मेरे सपनो के आँगन में गाता है प्यार कोई आता है…।

धीरे धीरे मचल ऐ दिल -ऐ  -बेकरार।

स्वर- अल्पना
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