Feb 11, 2017

रात सुहानी जाग रही है --फिल्म:जिगरी दोस्त ( १९६९ )


रात सुहानी जाग रही है ( जिगरी दोस्त - १९६९ )
संगीत : लक्ष्‍मीकांत प्यारेलाल
गीत :आनंद बक्शी
मूल  गायक :मो. रफी और सुमन कल्यानपुर
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Cover singers-Safeer & Alpana
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Song Lyrics-
रात सुहानी जाग रही है
धीरे-धीरे चुपके -चुपके,  चोरी-चोरी हो
प्रेम कहानी जाग रही है
 धीरे-धीरे चुपके -चुपके,  चोरी-चोरी हो

१.चल रहे हैं जादू थम गया ज़माना
दिल चुरा रहा है ये समान सुहाना
पालकी चमन में फूलों की उतार के
ये बहार गा रही है गीत प्यार के ओ
और जवानी जाग रही है धीरे-धीरे

2.चाँद कर रहा है प्यार के इशारे
ये हमारे नयना बन गये हैं तारे
नींद ने ना आने की उठाई है क़सम
नींद कैसे आये मन के द्वार पे सनम
प्रीत दीवानी जाग रही है धीरे-धीरे चुपके -चुपके,  चोरी-चोरी हो

3.नाम इस जहाँ का चाँदनी से पूछो
आ गये कहाँ हम ये किसी से पूछो
ये ज़मीन लग रही है आसमां सी
दिल की धड़कनों में पड़ गयी है तान सी ओ
ज़िंदगानी जाग रही है धीरे-धीरे
चुपके -चुपके,  चोरी-चोरी हो.....
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